कुरुक्षेत्र से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत
राहुल के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा जो कि पिछले साल सितंबर में तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी, जिसका लक्ष्य कश्मीर तक पैदल यात्रा कर पहुँचना था, लगभग 4 महीने से चल रही ये यात्रा पूरे देश के लोगों में अपनी छाप छोड़ती हुई नजर आ रही है, जहां जहां से ये यात्रा निकल रही है, वहां के लोग बढ़ चढ़ कर इस यात्रा में भाग ले रहे हैं। बता दें कि इस समय राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा से गुजर रही है, और अभी हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पहुंची है, जहां पर लोगों ने राहुल गांधी का जोड़दार स्वागत किया है, और खास कर महिलाओं ने राहुल गांधी को अपना नेता मानते हुए उनके स्वागत में कोई कमी नहीं छोड़ी।
यात्रा नफरत, डर, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कुरुक्षेत्र के मंच को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी भारत जोड़ो यात्रा समाज में लगातार फैलाई जा रही नफरत, भय, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ है, राहुल गांधी ने यात्रा को लेकर कहा कि हम इसे तपस्या के रूप में देख रहे हैं, उन्होंने सलाह दी कि पैदल मार्च, तपस्या और आत्म-चिंतन के लिए है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस तपस्या में ज्यादा विश्वास रखती है जबकि बीजेपी पूजा का संगठन है, राहुल ने भाजपा और आरएसएस का घेराव करते हुए कहा कि बीजेपी और आरएसएस तपस्या का सम्मान नहीं करते हैं, बल्कि वे चाहते हैं कि उनकी पूजा करने वाले लोगों का ही सम्मान हो, गांधी ने कहा कि यात्रा का मकसद लोगों को देश की सच्ची आवाज सुनाना है,
यह लड़ाई राजनीतिक नहीं है- राहुल गांधी
वहीं एक सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि एक बात जो मैंने समझी है, सही तौर पर यह राजनीतिक लड़ाई नहीं है, उन्होंने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा की जिस दिन से आरएसएस ने इस देश की संस्थाओं को नियंत्रित किया, लड़ाई राजनीतिक नहीं रही, अब यह एक अलग लड़ाई बन गई है। आप इसे विचारधारा की लड़ाई कह सकते हैं, धर्म की लड़ाई कह सकते हैं, या आप इसे कोई रूपरेखा दे सकते हैं, लेकिन यह राजनीतिक लड़ाई नहीं है।
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