Odisha Train Accident
ओडिशा में देर रात 3 ट्रेनों के बीच बड़ा हादसा हो गया। 2 यात्री ट्रेनों और 1 मालगाड़ी के बीच बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन के पास यह हादसा हुआ है। यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए, और विपरीत ट्रैक पर जा गिरे। इस हादसे में 233 से भी ज्यादा लोगों की मौत और 900 लोग घायल हो गए। फिलहाल राहत बचाव का काम अभी जारी है। लेकिन इस हादसे क बाद जो भयावह तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं, उसके बाद सरकार पर सवाल उठ रहे हैं. कि इस हादसे के पीछे किसी की बड़ी लापरवाही है? आखिर कौन इस हादसे की जिम्मेदारी लेगा?
मोदी सरकार ने 9 साल पूरे होने वाले सभी कार्यक्रम किए रद्द
ओडिशा के बालासोर में भीषण रेल दुर्घटना के बाद आज पूरा देश शोकग्रस्त है, 3 ट्रेंने दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद 237 से भी ज्यादा लोगों की इस हादसे में मौत हो चुकी है। जब्कि 900 यात्री घायल बताए जा रहे हैं। लेकिन इस हादसे के बाद यह भी उठ रहे हैं कि आखिर इसमें किसी न किसी की लापरवाही है? कौन इस हादसे की जिम्मेदारी लेगा? दूसरी तरफ भाजपा ने इस दर्दनाक ट्रेन हादसे को लेकर मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने वाले सभी कार्यक्रमों को टाल दिया हैं। इस विनाशकारी दुर्घटना पर पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने बेहद दर्दनाक और दिल दहला देने वाले इस हादसे को लेकर दुख जताया है।
केंद्र सरकार ने जान गंवाने वालों के परिजनों को 2-2 लाख रूपये देने का किया ऐलान
रात भर चलता रहा राहत एवं बचाव कार्य। घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। घटनास्थल पर एनडीआरएफ और अन्य बलों की राहत व बचाव कार्य की टीमें व 100 से ज्यादा डॉक्टर मौके पर मौजूद हैं। प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्रालय ने बड़ा ऐलान किया है। इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 12 लाख रुपये का मुआवजा देने की बात कही है। इसमें 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान रेल मंत्रालय ने दिया है, तो वहीं केंद्र सरकार की तरफ से जान गंवाने वालों के परिजनों को 2-2 लाख देने का ऐलान भी किया गया है। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठकर कर हादसे के बारे में भी जानकारी ली है।
51 ट्रेनों के रूट को किया गया है डायवर्ट
बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ। यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए, और विपरीत ट्रैक पर जा गिरे। इस दौरान कई लोग डिब्बों के नीचे फंस गए थे, स्थानीय लोगों ने भी आपातकालीन सेवाकर्मियों के साथ उन्हें मदद पहुंचाई। ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) की चार इकाइयां और 60 एंबुलेंस राहत बचाव कार्य में जुटी है। रेलवे अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ की 22 सदस्यीय टीम बालासोर से दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई है, जबकि कटक से 32 सदस्यों वाली एक अन्य टीम रवाना हो गई है। दुर्घटना के बाद कम से कम 51 ट्रेनों को डायवर्ट, रद्द और टर्मिनेट किया गया है।
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