Basant Panchmi 2023: इस बसंत पंचमी पर बन रहे हैं ये शुभ संयोग, जानिए पूजा विधि और ध्यान रखने योग्य बातें


Basant Panchmi 2023

Basant Panchmi 2023



By Vinit Mandrai Posted on: 23/01/2023

हिन्दू धर्म में बसंत पंचमी का खास महत्व होता है, जो हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को धूमधाम से मनाई जाती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस साल बसंत पंचमी का पर्व 26 जनवरी 2023 दिन गुरुवार को मनाया जाएगा. इस खास दिन को लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. साथ ही इस दिन ज्ञान, कला और संगीत की प्रतीक मां सरस्वती की विधि विधान से पूजा की जाती है. अक्सर लोग इस दिन बड़े शिद्दत से पूजा अर्चना तो करते हैं, लेकिन वे कुछ ध्यान रखने वाली बातों को भूल ही जाते हैं. तो आज हम आपको बसंत पंचमी पर कुछ विशेष बाते बताते हैं, जो आपको ध्यान रखनी है.

इन बातों का रखे विशेष ध्यान 
 
वसंत पंचमी के दिन काले या लाल रंग के वस्त्र नहीं पहनना चाहिए. बसंत पंचमी पर पीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ और मंगलकारी माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि पीला रंग माता सरस्वती का मनमोहक रंग है. यही कारण है कि इस दिन कई छात्र-छात्राएं पीले रंग के कपड़े पहनकर देवी सरस्वती की पूजा करते हैं.

वसंत पंचमी का पर्व विद्या की देवी को समर्पित होता है. इसीलिए ऐसी मान्यता है कि वसंत पंचमी के दिन गलती से भी बुरे विचारों या बुरे शब्दों का इस्तेमाल  नहीं करना चाहिए. इसलिए इस दिन अच्छे विचारों का प्रचार-प्रसार ही करना चाहिए. साथ ही किसी को बेइज्जत नही करना चाहिए. हमे बड़ो का आदर करना चाहिए और किसी पर गलत टिपण्णी नहीं करनी चाहिए.  

वसंत पंचमी के पावन अवसर पर मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन सात्विक भोजन यानी सत्व गुणों से परिपूर्ण भोजन ही करने की सलाह दी जाती है. सात्विक भोजन का मतलब सादा भोजन से होता है जिसमें हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, अंकुरित अनाज आदि सम्मिलित होते हैं. 

पूजा विधि 

हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा स्नान करने के उपरान्त ही की जाती है. इसलिए वसंत पंचमी पर इस बात का बहुत ध्यान रखे कि आप जब देवी सरस्वती की पूजा करें तो उससे पहले नहा धो लें. वैसे तो ऐसा करना हर किसी के लिए शुभ होता है लेकिन विधार्थियों के लिए सुबह उठकर स्नान करने के बाद माता सरस्वती की पूजा करने के बाद अन्न या जल का सेवन करना और भी मंगलकारी हो जाता है.

ये हैं शुभ संयोग 

बता दें कि ऋतुराज वसंत अपनी हरियाली के लिए बहुत अधिक प्रसिद्ध है. इसीलिए वसंत पंचमी के दिन पेड़ों का बहुत ख्याल रखना चाहिए. इस दिन पेड़ों की कटाई करने से बचना चाहिए. बसंत पंचमी पर कुछ शुभ संयोग भी बन रहे हैं, जिन्हें जानना आपके लिए बहुत आवश्यक है. 

26 जनवरी की सुबह 03 बजकर 10 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 29 मिनट तक शिव योग मुहूर्त रहेगा. इस योग में ध्यान और पूजा का विशेष महत्व माना गया है. शिव योग ख़त्म होने के बाद सिद्ध योग का आरम्भ हो जाएगा, जो रात भर तक रहेगा. सिद्ध योग को बहुत शुभ माना जाता है.

सर्वार्थ सिद्धि योग 26 जनवरी को शाम 6 बजकर 57 मिनट से लेकर अगले दिन 7 बजकर12 मिनट पर समाप्त होगा. इस योग में किए गए सभी कार्य सफल, संपन्न और पूर्ण हो जाते हैं.

शाम 6 बजकर 57 मिनट से लेकर अगले दिन सुबह 7 बजकर 12 मिनट पर रवि योग की समाप्ति होगी. इस योग में किए गए सभी कार्यों में सूर्य देव के आशीर्वाद से अशुभता दूर हो जाती हैं और शुभता की प्राप्ति होती है. 

ये भी पढ़े:

अगर आप भी है नारियल पानी पीने के शौक़ीन तो जान लीजिए इसके चमत्कारी लाभ

Karnataka: कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने पीएम मोदी पर की तीखी टप्पणी, ऐसा क्या कहा कि बीजेपी हुई आग बबूला ?