भारत के वो कामयाब बिजनेसमैन, जिन्होंने भारत का नाम रोशन किया है।
भारत के वो कामयाब बिजनेसमैन, जिन्होंने भारत का नाम रोशन किया है। इन बिजनेसमैन से भारत के हर एक व्यक्ति को प्रेरणा मिलती है, जिससे वह भी कामयाब हो पाएं। भारत में इस वर्ष दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन पर रतन टाटा,धीरूभाई अंबानी,गौतम अडानी,लक्ष्मी निवास मित्तल,आनंद माहिन्द्रा ट्रेंड कर रहे हैं। अब आपको इन बिजनेसमैन के बारे में बताते हैं।
रतन टाटा
रतन टाटा समूह के चेयरमैन 2019 में गूगल के सबसे अधिक खोजे जाने वाले भारतीय व्यावसायिक व्यक्तित्व थे। 2012 में सेवानिवृत्ति के बाद भी, रतन टाटा "टाटा ट्रस्ट्स" के अध्यक्ष और टाटा संस के अध्यक्ष एमेरिटस के रूप में सक्रिय हैं। रतन टाटा, जिन्होंने 21 साल तक टाटा समूह को बनाए रखा, को एक पारंपरिक कॉर्पोरेट घराने से टाटा ग्रुप को 100 अरब डॉलर के वैश्विक समूह में विदेशों में उच्च-स्तरीय अधिग्रहण के साथ बदलने का श्रेय दिया जाता है। रतन टाटा ने कई पुरस्कार भी अपने नाम किये हैं।
धीरुभाई अंबानी
धीरूभाई अंबानी(1932-2002) एक ऐसे भारतीय व्यवसायी थे, जिन्होंने बहुत छोटे स्तर पर अपने व्यवसाय की धार्मिक स्थानों पर परंपरागत नाश्तें की चीजें बेंचकर की थी। धीरूभाई अम्बानी का धीरे-धीरे व्यवसाय बढ़ता गया था। उनके द्वारा स्थापित रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट कंपनी है। उनके दोनों पुत्र मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी ने पिता की विरासत को आज बहुत अधिक ऊँचाई पर पहुँचा दिया है।
गौतम अडानी
गौतम अडानी का जन्म 1962 में अहमदाबाद गुजरात में हुआ था। गौतम अडानी आज जिस मुकाम पर हैं वो उन्होने अपने दम पर हासिल किया है। गौतम अडानी भारत के गिने चुने ऐसे लोगों में से एक हैं जिन्होंने फर्श से उठकर अर्श तक का सफ़र तय किया है और भारत के अरबपतियों में शामिल हुए हैं। गौतम अडानी आज के भारत में तेजी से उभरता हुआ एक चेहरा हैं। गौतम अडानी एक भारतीय उद्योगपति हैं जो अडानी ग्रुप के फाउंडर एवं चेयरमैन हैं। अडानी ग्रुप जो अहमदाबाद हेडक्वार्टर से संचालित होता है जिसमे बंदरगाह विकास, कोयला खनन, तेल एवं गैस खोज, बिजली उत्पादन एवं गैस वितरण आदि का व्यापार फैला हुआ है।
आनंद महिन्द्रा
आनंद महिन्द्रा का जन्म 1 मई 1955 में मुंबई महाराष्ट्र में एक प्रसिद्ध एवं संपन्न व्यवसायी परिवार में हुआ था। उन्होंने महिन्द्रा यूजाइन स्टील कंपनी मुस्को में वित्त निदेशक के कार्यकारी सहायक के रूप में अपना पहला कार्यभार ग्रहण किया। वर्ष 1989 में इन्होने महिन्द्रा एंड महिन्द्रा ग्रुप का विस्तार करते हुए रियल स्टेट डेवलपमेंट और हास्पिटैलिटी से सम्बंधित इकाई के अध्यक्ष बने। इसके अलावा महिन्द्रा के ट्रैक्टर, बोलेरो, एक्सयूवी 500 आदि ने भी महिन्द्रा को बहुत अधिक ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।
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