बांके बिहारी मंदिर में बड़ा हादसा, 2 श्रद्धालुओं की मौत


बांके बिहारी मंदिर में उमड़ी भक्तों की भारी भीड़

बांके बिहारी मंदिर में उमड़ी भक्तों की भारी भीड़



By 0 Posted on: 20/08/2022

एक ओर सभी भक्त भगवान कृष्ण के जन्म की खुशियां मना रहे थे और भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन थे, हर ओर "हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की" के जयकारे गूंज रहे थे तब वहीं वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में होने वाली मंगला आरती के दौरान उमड़ी भक्तों की भारी भीड़ के दबाव के चलते एक बड़ा हादसा हो गया। भक्तों की भारी भीड़ के चलते हुए हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि सात श्रद्धालु घायल बताए जा रहे हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आपको बता दें हादसे के समय मंदिर परिसर में जनपद के आला अधिकारी भी मौजूद थे। बता दें कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर बांके बिहारी मंदिर में रात 1 बजकर 55 मिनट पर मंगला आरती होती है, यह आयोजन साल में सिर्फ एक ही बार होता है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर मंगला आरती के दर्शन के लिए शुक्रवार रात मंदिर परिसर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार मंदिर में श्रद्धालुओं की क्षमता से कई गुना अधिक श्रद्धालु होने के चलते भीड़ का दबाव बढ़ गया था।

हादसे में 2 श्रद्धालुओं की मौत

मंगला आरती के दौरान मंदिर के गेट नंबर एक और चार पर श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव के चलते दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इस हादसे में नोएडा सेक्टर 99 निवासी महिला निर्मला देवी पत्नी देव प्रकाश और रुक्मणि बिहार कॉलोनी निवासी और मूल निवासी जबलपुर के राम प्रसाद विश्वकर्मा की मौत हो गई।जानकारी के अनुसार मृतकों के परिजनों ने शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराया तथा परिजन शनिवार की सुबह शवों को लेकर अपने घर चले गए। 

हादसे के वक्त अधिकारी थे मौजूद

बता दें मंदिर में जिस समय हादसा हुआ उस समय जिलाधिकारी, एसएसपी व नगर आयुक्त सहित भारी पुलिस बल मौजूद था। जैसे ही हादसा हुआ पुलिस और निजी सुरक्षाकर्मियों ने बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं को मंदिर से निकालना शुरू कर दिया था। इस हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं को वृंदावन के राम कृष्ण मिशन, ब्रज हेल्थ केयर और सौ शैय्या अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

भीड़ नियंत्रण के इंतजाम हुए फेल

आपको बता दें बांके बिहारी मंदिर में भीड़ के दबाव के चलते पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। होली के पर्व पर भी एक महिला श्रद्धालु की मौत हुई थी। होली से पूर्व फरवरी 2022 में गाजियाबाद के रहने वाले एक श्रद्धालु की मौत भी श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव के चलते हुई थी। इतने हादसे होने के बाद भी इन हादसों से  प्रशासन ने अब तक सबक नहीं लिया, जिसके चलते श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रण करने के प्रशासन द्वारा किए गए इंतजाम फेल हो गए।

Edited By: Ekagra Gupta