आईपीएस लक्ष्मी सिंह
नोएडा पुलिस कमिश्नरेट ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में पहली महिला पुलिस कमिश्नर के तौर पर आईपीएस लक्ष्मी सिंह ने जिले में कदम रखते ही अपने अधिनस्थों पर जहां कड़ा रूख इख्तियार किया था। तो वहीं दूसरी तरफ अपराधियों के नापाक मंसूबो को भी धराशाही किया है। यूपी पुलिस विभाग में तैनात महिला आईपीएस अधिकारी लक्ष्मी सिंह एक लेड़ी सिंघम के तौर पर शातिर बदमाशों पर कार्रवाई करते हुए उनकी इंट से इंट बजाने का दम रखती है। केवल अपराधी ही नहीं बल्कि ड्यूटी से नदारद मिले पुलिसकर्मियों को भी एक फोन कॉल के जरिए तत्काल सस्पेंड कर अन्य अधिकारियों के लिए भी मिसाल पेश करती आई हैं। ऐसे में नोएडा पुलिस कमिश्नर नशा हब बने चुके जिले को नशा मुक्त कराने की और बड़े कदम उठाती दिखाई दे रही है।
रिमांड पर लिए गए आरोपी से पूछताछ के आधार पर की है कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा में पीछले 2 हफ्ते में दूसरी बार कमिश्नरेट पुलिस ने बड़ी ड्रग्स फैक्टरी का खुलासा किया है। बीटा-2 थाना क्षेत्र में जज सोसाइटी के अंदर पुलिस चौकी से 150 मीटर दूर मित्रा सोसाइटी के मकान में चल रही ड्रग्स फैक्टरी से लगभग 200 करोड़ कीमत का 30 किलो मैथाफीटामाइन बरामद किया गया है। पुलिस ने मौके पर 3 नाइजीरियन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। बीटा 2 सेक्टर पुलिस ने 16 मई की रात गिरफ्तार किए गए नाइजीरियाई चिडी इजीअग्वा को रिमांड पर लेकर पूछताछ की। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर यह कार्रवाई की है। चिडी को एक बार फिर कोर्ट में पेश कर 1 दिन और पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर अब दबिश देने में जुटी है।
रिमांड पर लेकर पूर्व में गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में हुआ था खुलासा
दरअसल 16 मई को बीटा-2 थाना पुलिस ने डिपो मेट्रो स्टेशन के 3 तीन मंजिला मकान में छापेमारी करके ड्रग फैक्टरी का खुलासा करते हुए 300 करोड़ की ड्रग्स बरामद की। उस समय पुलिस ने 10 नाइजीरियाई को मौके से गिरफ्तार किया था। इसमें से 4 आरोपियों को 5 दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। इसमें जानकारी मिली कि वह जेल भेजे गए चिडी के इशारे पर फैक्टरी को चला रहे थे। इस पर पुलिस ने चिडी को मंगलवार की एक दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की।
आगे भी छापेमारी जारी
शुरूआत में पुलिस को पूछताछ के दौरान आरोपी ने मित्रा सोसाइटी में उसके अन्य साथियों संग ड्रग्स फैक्टरी चलाने के बारे में जानकारी दी। पुलिस आरोपी को लेकर सोसाइटी पहुंची और दबिश देकर 3 नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार कर तैयार मैथाफीटामाइन (एमडीएमए) ड्रग्स और कच्चा माल बरामद किया। मौके पर गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस फिलहाल पूछताछ में जुटी हुई है। इसके साथ ही पुलिस की एक टीम अन्य स्थानों पर ताबड़तोड़ दबिश देने में जुटी है। पुलिस की माने तो अभी और भी गिरफ्तारी और बरामदगी होनी है।
प्राधिकरण की टीम आई तो कर लिया दरवाजा बंद
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष का कहना है कि शिकायत के बाद एक बार फिर ग्रेनो प्राधिकरण की टीम जांच करते हुए सोसाइटी में पहुंची थी, लेकिन आरोपियों ने दरवाजे को बंद कर लिया था। आरोपियों ने सत्यापन की जानकारी नहीं दी। विदेशी नागरिकों की संदिग्ध गतिविधियों की शिकायत पुलिस से भी की गई थी।
पड़ोसी भी थे परेशान
पड़ोस में रहने वाले लोगों ने जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने मंगलवार की सुबह मकान की घेराबंदी की थी। इस दौरान सादा कपड़ों में पहुंची पुलिस ने मौके से 3 विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी करते हुए नशे की खेप बरामद की। घर में एक जेनरेटर भी था। गिरफ्तार संदिग्ध तरीके से इस काम को करने में जुटे हुए थे। वह रात के अंधेरे में अंदर आते थे। मामले में मकान मालिक को जानकारी देकर दूसरे किरायेदार रखने की बात कही गई।
तो क्या होगा बड़ा खुलासा
आरोपियों की निशानदेही के आधार पर पुलिस की कई टीमें ताबड़तोड़ दबिश करने में लगी हुई हैं। आशंका जताई जा रही है कि पुलिस इस मामले में अभी और भी गिरफ्तारी व बरामदगी कर कोई बड़ा खुलासा कर सकती है। पुलिस अधिकारियों की माने तो अभी कच्चा माल मुहैया कराने वाले मुख्यारोपी वसंत कुंज में रहने वाले नाइजीरियाई माइकल और उसके अन्य साथियों की गिरफ्तारी की कोशिश करने में लगे हुए हैं।
आरडब्ल्यूए ने साल 2018 से 2022 तक मकान मालिक को लिखे तीन पत्र
मित्रा सोसाइटी के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष धर्मेंद्र नागर का कहना है कि नाइजीरियाई आरोपी काफी सालों से मकान में रहकर संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थे। इसकी जानकारी साल 2018, 2019 और 2022 में एक डाक के माध्य से हुई थी। जिसे दिल्ली में रहने वाले मकान मालिक ओंकारनाथ ने भेजा था। नागर का कहना है कि मालिक ने कई साल से मकान का मेंटेनेंस भी जमा नहीं किया है। ओंकारनाथ ने पत्र का कोई संज्ञान नहीं लिया और आरोपी मकान में रहकर ड्रग्स की फैक्टरी चलाते रहे। ओंकारनाथ ने मकान में चल रही गतिविधियों की जांच का प्रयास नहीं किया।
यह भी पढ़ें-
IPS विजय कुमार ने कबजाई यूपी के DGP की कुर्सी, CM YOGI के आदेश पर मिला कार्यवाहक डीजीपी का कार्यभार