नगरीय निकाय चुनाव
उत्तर प्रदेश में एक तरफ जहां योगी सरकार ने अप्रैल और मई के महीने में चुनाव कराने का संकेत दिया था, तो वहीं नगरीय निकाय चुनाव लगभग 2 महीने बाद होने है। राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से भी अपनी तैयारियां जोरों शोरों से शुरू कर दी गई है। आयोग की तरफ से अगले 2 महीने में निकाय चुनाव की शुरूआत होना लगभग तय माना जा रहा है। राज्य में होने वाले निकाय चुनावों को लेकर आयोग ने मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण के लिए कार्यक्रम को भी निधर्रित कर लिया है। जिसकी शरूआत 10 मार्च से हो जाएगी। 1 अप्रैल को मतदाता सूची की लिस्ट जारी होगी। 1 जनवरी को 18 वर्ष पूरी कर चुके सभी युवा इस बार चुनाव में मतदान करेंगे।
युवाओं के आवेदन करने के लिए खुला आनलाइन प्लेटफार्म
आयोग ने मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्यक्रम जारी कर दिया है। 762 निकायों में चुनाव के लिए 10 मार्च को मतदाता सूची की लिस्ट जारी की जाएगी। सूची में सभी युवा अपना नाम शामिल करने के 11 से 17 मार्च तक चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते है। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त मनोज कुमार का कहना है कि, मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए 11 से 17 मार्च तक आयोग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जिसकी भी मतदाता सूची में गड़बड़ी होगी। उसके लिए बिशेष तौर पर अभियान चलाए जाएंगे।
पिछड़ वर्ग आयोग का हुआ गठन
सरकार की तरफ से निकाय चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण निर्धारण करने के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति की अध्यक्षता में राज्य स्थानीय निकाय समर्पित पिछड़ा वर्ग आयोग का भी गठन किया गया है। आयोग द्दारा इसकी रिपोर्ट पेश की जाएगी। आयोग की रिपोर्ट पर कैबिनेट मंत्री अंतिम फैसला लिया जाएगा।
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