Umesh Pal Murder Case
प्रयागराज में गवाह उमेशपाल हत्याकांड मामले में जहां प्रयागराज पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ ताबड़तोड़ बड़ी कार्रवाई की है तो वहीं अब मामले में इस हत्याकांड के आरोपियों के एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों को नोटिस भेजा गया है। एनकाउंटर की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग ने आरोपी अरबाज और विजय चौधरी उर्फ की एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों को नोटिस भेजकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा है। न्यायिक आयोग का नोटिस मिलने के बाद लखनऊ स्थित न्यायिक आयोग के दफ्तर में पहुंचकर पुलिसकर्मियों को अपना बयान दर्ज करवाने होंगे।
मुठभेड़ में धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश मौर्या हुए थे घायल
दरअसल उमेशपाल की हत्या वाले दिन अरबाज शूटर की कार चला रहा था। 27 फरवरी को पुलिस के साथ उसकी मुठभेड़ नेहरू पार्क में हुई थी। मुठभेड़ के दौरान अरबाज बाइक पर सवार था। इसमें आरोप है कि उसने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें अरबाज मारा। इस मुठभेड़ में धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश मौर्या घायल हो गए थे।
उस्मान ने मारी थी उमेशपाल को पहली गोली
उमेशपाल हत्याकांड में दूसरा एनकाउंटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान का हुआ था। उस्मान ही वह आरोपी था जिसमें उमेशपाल पर पहली गोली मारी थी। उस्मान का एनकाउंटर 6 मार्च को कौंधियारा में हुआ था। विजय चौधरी उर्फ उस्मान कौंधियारा के भमोखर गांव का रहने वाला था।
24 फरवरी को हुई उमेश पाल की हत्या
इसी वर्ष फरवरी महीने में 24 तारीख को राजू पाल की हत्या मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल की सरेआम हमलावरों ने गोलियों से भूनकर और बमबाजी कर हत्या कर दी थी। इस दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात 2 पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई थी। हत्याकांड में आरोपी अतीक का बेटा असद और शूटर गुलाम भी पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुके हैं। 4 आरोपियों का एनकाउंटर हो चुका है। उमेश केस में अतीक अहमद का परिवार और उसका गैंग आरोपी है। अतीक और इसके भाई अरशद की भी हत्या कर दी गई थी।
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