chardham yatra
उत्तराखंड देवभूमि में 22 अप्रैल से चारधान यात्रा की शुरुआत हो चुकी है, इस बार प्रशासन की ओर से कई नई सुविधाओं की व्यवस्था की गई थी। तो वहीं, चारधाम यात्रा में कपाट खुलने के बाद से ही मौसम में बदलाव देखने को मिला था जिसकी वजह से श्रद्वालुओ को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था, लेकिन श्रद्वालुओं के उत्साह और आस्था में कोई कमी नहीं देखी गई। लेकिन मौसम खराब होने के बावजूद भारी संख्या में श्रद्वालु दर्शन करने के लिए पहुंच रहे है।
इस साल भारी संख्या में दर्शन करने के लिए पहुंचे श्रद्वालु
दो साल पहले कोरोना की वजह से श्रद्वालु दर्शन करने के लिए नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन इस साल करीब पिछले एक महीने के अंदर 5,16,257 भक्त अब तक दर्शन कर चुके है। केदारनाथ यात्रा के शुरुआत से ही बारिश और बर्फबारी का सिलसिला लगातार जारी है और मौसम विभाग के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि एक महीने तक अभी मौसम का मिजाज़ ऐसे ही देखने को मिलेगा।
मौसम खराब होने के बाद भी आस्था में नहीं आई कमी
मौसम खराब होने के बावजूद देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में भक्त दर्शनों करने के लिए पहुंच रहे है तो वहीं, मौसम खराब होने से हेली सेवाओं पर भी रोक लगा दी गई थी। केदारनाथ में प्रतिदिन औसतन 20 हजार यात्री दर्शन करने के लिए पहुंच रहे है, लेकिन अगर मौसम ठीक रहता है तो अगले महीने जून में बड़ी संख्या में श्रद्वालु दर्शन करने के लिए पहुंचने की संभावना है।
गंगोत्री धाम में सुचारु नहीं बिजली व्यवस्था
केदारनाथ धाम के बाद गंगोत्री धाम में बिजली व्यवस्था चरमराती हुई दिखाई दे रही है। जबकि ऊर्जा निगम ने गंगोत्री धाम में यात्रा के दौरान सुचारू बिजली आपूर्ति के दावे किए थे। ऐसे में कल यानी की गुरुवार दोपहर गंगोत्री धाम में बिजली गुल रही, जिससे लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था। जोकि, आज सुबह तक ठीक नहीं हो पाई। जिसके कारण तीर्थपुरोहितों, व्यापारियों व तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन प्रशासन की ओर से इसके लिए अभी तक कोई बैठक नहीं की गई है।