chardham yatra
उत्तराखंड देवभूमि में गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के और 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्वालुओं के लिए खोले गए थे। लेकिन कपाट खुलने के बाद से ही मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिला। जिसकी वजह से श्रद्वालुओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था। लेकिन फिर भी श्रद्वालुओं की आस्था में किसी तरह की कोई कमी नहीं देखी गई। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्वालु दर्शन करने के लिए पहुंचते है। लेकिन अब मौसम एक बार फिर मौसम खराब होने के कारण और श्रद्वालुओं को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए ऑनलाइन नए पंजीकरण पर 15 जून तक रोक बढ़ा दी है। अब तीर्थयात्री 16 जून के बाद ही यात्रा के लिए पंजीकरण कर सकते है।
एक बार फिर मौसम हुआ खराब
चारधाम यात्रा में मौसम खराब होने के काऱण कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, इसके बावजूद धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। खासतौर पर केदारनाथ धाम में ठहरने की सीमित संख्या है फिर भी की गुना अधिक श्रद्वालु दर्शन करने के लिए पहुंच रहे है। इसी कारण प्रशासन की ओर से नए पंजीकरण पर रोक लगानी पड़ी। परंतु इससे पहले 3 जून तक ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह के पंजीकरण पर रोक लगाई गई थी।
चारधाम के लिए अभी तक 38 लाख से ज्यादा पंजीकरण
चारधाम यात्रा के लिए अब तक 38.87 लाख से अधिक तीर्थयात्री पंजीकरण कर चुके हैं। इसमें केदारनाथ धाम के लिए 13.16 लाख बदरीनाथ धाम के लिए 11.51 लाख पंजीकरण शामिल हैं। केदारनाथ धाम में अभी तक 6.46 लाख और बदरीनाथ में 5.24 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं।
सीएम धामी ने श्रद्वलुओं से किया आग्रह
सीएम धामी ने श्रद्वालुओं से आग्रह किया है कि मौसम की जानकारी प्राप्त करने के बाद ही यात्रा शुरु करें। क्योकिं ऐसा कई बार हो चुका है कि मौसम बार-बार अपना रुख बदल रहा है। जिसके कारण यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन प्रशासन की ओर से यात्रियों की सभी सुविधाओं को ध्यान में रखा जा रहा है।