नेशनल पार्कों के इर्द-गिर्द के इलाकों में गुलदारों की दहशत से हलकान ग्रामीण


उत्तराखंड में लगातार गुलदार के हमले बढ़ते जा रहे हैं

उत्तराखंड में लगातार गुलदार के हमले बढ़ते जा रहे हैं



By 0 Posted on: 21/09/2022

उत्तराखंड: नेशनल पार्कों के इर्द-गिर्द के इलाकों में गुलदारों की दहशत से हलकान ग्रामीण  

उत्तराखंड में लगातार गुलदार के हमले बढ़ते जा रहे हैं। गुलदार के हमलों से ग्रामीण दहशत में हैं और घरों में कैद होने को मजबूर हैं। राजाजी नेशनल पार्क और कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे इलाकों में गुलदार की धमक से ग्रामीणों में भय व्याप्त है। गुलदार के डर से लोग खुद को घरों में कैद कर रहे हैं। राज्य के गढ़वाल मंडल के पौड़ी जिले में भी गुलदार की दहशत ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। 

पिछले तीन महीनों में 12 से ज्यादा लोगों पर गुलदार हमला कर चुका है। जिनमें से तीन को गुलदार ने अपना निवाला ही बना डाला। वहीं कोटद्वार के आबादी वाले इलाकों में भी लगातार गुलदार की चहलकदमी महसूस की जा रही है, जिससे लोगों में खौफ बना हुआ है। 

पौड़ी जनपद के लैंसडाउन, श्रीनगर समेत यमकेश्वर में गुलदार के हमलों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। अकेले लैंसडाउन  वन प्रभाग में पिछले तीन महीनों में अब तक गुलदार के हमले की 12 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। गुलदार के निशाने पर महिलाओं से लेकर बच्चे तक शामिल हैं। वहीं अब जंगल से सटे कोटद्वार के इलाकों में भी गुलदार, अंधेरा होते ही कॉलोनियों में घुस जा रहे हैं। जिससे लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो चुका है। 

गुलदार के डर से लोग खौफ के साए में जिंदगी जीने को मजबूर हैं। लोगों ने सरकार से गुलदार को लेकर ठोस कदम उठाने की मांग की है। गुलदार के बढ़ते मामले में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने भी चिंता जताई है। विधानसभा अध्यक्ष ने वन विभाग के अधिकारियों को मुस्तैदी से काम करने के निर्देश भी दिए हैं।  इधर, जिन इलाकों में गुलदार ज्यादा दिखाई दे रहा हैं, उन इलाकों में वन कर्मियों की तैनाती की गई है। 

वन विभाग की ओर से गुलदारों को आबादी वाले इलाकों से दूर रखने की कोशिश भी की जा रही है। नरभक्षी हो चुके 2 गुलदारों को वन विभाग की ओर से पकड़ कर रेस्क्यू सेंटर भेजा जा चुका है। लेकिन अभी भी कई और गुलदार हैं जो लोगों पर झपट्टा मार रहे हैं। ऐसे में फॉरेस्ट की ओर से लोगों को भी अंधेरा होने पर जंगल से दूर देने की हिदायत दी गई है।