केदारनाथ
देवभूमि उत्तराखंड में इस समय चारधार यात्रा चर रही है। ऐसे में भारी बारिश और आंधी तुफान के साथ ओलावृष्टि और बर्फबारी तक लोगों की आस्था को डगमगा नहीं रही है। कल गंगा दशहरा पर गंगोत्री में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के पवित्र गंगा में स्थान कर पुण्य कमाया। तो इसी के साथ अन्य धामों में भी भक्तों की लंबी कतारे देखने को मिला। 25 अप्रैल से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में बीते वर्ष से अधिक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। केदारनाथ मंदिर में भक्तों के लिए 24 में से 22 घंटे तक खुला रखने की बात कही गई। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब भक्तों को रात 11 बजे से सुबह 7 बजे तक गर्भगृह में भोलेबाबा के दर्शन कराए गए। इस दौरान ऑनलाइन व ऑफलाइन पूजा भी भक्तों के लिए खुली रही। 1 हफ्ते में रोजना 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। अभी तक 6 लाख 30 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन पूजन कर चुके हैं। बीते दिन भी बूंदाबांदी के बीच 23,083 श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे।
केदारनाथ में बढ़ रही तीर्थयात्रियों की भीड़
इस साल चारधाम में रिकार्डतोड़ श्रद्धालुओं की भारी फौज पहुंच रही है। केदारनाथ धाम में भारी संख्या में लोग दर्शन और पूजन कर चुके हैं। केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण सरकार ने 3 जून तक नए रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी है। ऑफलाइन और ऑनलाइन, दोनों दोनों तरह की रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई है। प्रशासन यात्रा मार्गों पर जाम होने के डर कारण तीर्थयात्रियों को रोक-रोक कर आगे भेज रहे हैं। पहले से अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके यात्रियों को हरिद्वार, ऋषिकेश, तपोवन, व्यासी, श्रीनगर और रुद्रप्रयाग में रोक कर आगे भेजा जाएगा। यात्रा मार्ग पर जगह-जगह यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रूद्रप्रयाग में केदारनाथ और बदरीनाथ जाने वाले की होगी छटनी
आईजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल की माने तो केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्या 50 प्रतिशत से भी ज्यादा हो चुकी है। जगह-जगह जाम लगने के कारण कंटेनजेंसी प्लान लागू कर दिया गया है। जिसकी वजह से लोगों को जगह-जगह रोक कर भेजा जाएगा। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ और बदरीनाथ जाने वाले यात्रियों की छटनी की जाएगी। उसके बाद यात्रियों को आगे भेजा जाएगा।
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