chardham yatra
चारधाम में हर साल लाखों श्रद्वालु दर्शन करने के लिए पहुंचते है, लेकिन प्रत्येक धार्मिक स्थल की अपनी परंपरा और मर्यादा होती है। विशेषतौर पर लड़कियों को मर्यादित वस्त्र पहनकर आने को लेकर अधिसूचना जारी की जा रही है। इसी कड़ी में मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि प्रत्येक धार्मिक स्थल की अपनी परंपरा और मर्यादा होती है उसी के अनुरूप वहां मर्यादित आचरण करना चाहिए और मर्यादित वस्त्र पहनकर आना चाहिए। तो वहीं उन्होंने कहा कि यदि स्त्री-पुरुष मंदिरों में आ रहे हैं तो उनका 80 प्रतिशत शरीर ढका होना चाहिए। इस बात का ख्याल रखना हमारा दायित्व बनता है।
धार्मिक स्थलों के लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ा से जुड़ा विषय
मंदिर के अनुरूप आचरण और वेशभूषा होनी चाहिए। इसके लिए सभी को पर्यटन और धार्मिक यात्रा के फर्क को समझना होगा। तभी स्वाभाविक रूप से आप धार्मिक स्थल की यात्रा पर जा रहे हैं तो आपकी वेशभूषा मर्यादित होनी चाहिए। यह उन धार्मिक स्थलों के लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ा विषय है, जहां हर साल लाखों की सख्ंया में श्रद्वालु दर्शन करने के लिए पहुंचते है।