आम लोगों की आवाज उठाने व उनकी समस्याओं का निदान करने के लिए 10 साल पहले बनाई गई आम आदमी पार्टी को चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया है। ऐसे में सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी का दिल से धन्यवाद किया है। अक्टूबर 2012 में अरविंद केजरीवाल ने राजनीति पार्टी बनाने का ऐलान किया था और 26 नवंबर 2012 को उन्होंने आम आदमी पार्टी लॉन्च की। 10 साल में ही ये पार्टी दिल्ली से लेकर पंजाब, गुजरात और गोवा तक पहुंचने में सफल रही है।
इन पार्टियों को अमान्य किया घोषित
साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलना पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धी माना जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जहां आप को यह उपलब्धी दी गई है। तो वहीं चुनाव आयोग ने CPI, TMC और NCP को राष्ट्रीय दलों के रूप में अमान्य करार दे दिया है।
किसे मिलता है राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा?
वर्तमान समय में देश में 3 तरह की राजनीतिक पार्टियां है। पहली राष्ट्रीय स्तर की दूसरी राज्य स्तरीय और तीसरी क्षेत्रीय पार्टियां। 4 अप्रैल 2023 से पूर्व में देश में महज 7 राष्ट्रीय पार्टियां थीं, जबकि राज्य स्तरीय दल 35 और क्षेत्रीय दलों की संख्या करीब साढ़े 300 थी। किसी दल को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने के लिए 3 शर्तें तय की गई है। ऐसे में एक भी शर्त को पूरा करने वाली किसी पार्टी को ही राष्ट्रीय होने का दर्जा मिलता है।
राष्ट्रीय पार्टी बनने की आखिर क्या होती हैं शर्तें?
- अगर किसी पार्टी का राष्ट्रीय पार्टी बनना है तो उसे 3 राज्यों के लोकसभा चुनाव में 2 फीसद सीटें जीतनी होंगी।
- 4 लोकसभा सीटों के अलावा कोई पार्टी लोकसभा में 6 फीसदी वोट हासिल करे या विधानसभा चुनावों में कम से कम 4 या इससे ज्यादा राज्यों में 6 फीसदी वोट जुटाए।
- कोई पार्टी 4 या इससे ज्यादा राज्यों में क्षेत्रीय पार्टी के तौर पर मान्यता रखती है।
- इन शर्तों में जो भी पार्टी एक शर्त को भी पूरा कर लेती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलता है।
क्या होते हैं राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त होने के लाभ?
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एक राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त होने का लाभ चुनाव पार्टी को आरक्षित चुनाव चिन्ह के रूप में मिलता है।
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नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवारों के प्रस्तावकों की संख्या बढ़ सकती है।
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राष्ट्रीय मीडिया पर फ्री एयरटाइम मिल जाता है।
अभी कितने राष्ट्रीय दल हैं?
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा).
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कांग्रेस.
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बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी).
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कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी).
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नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP).
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आम आदमी पार्टी (AAP).
राज्यस्तरीय दलों को मान्यता के लिए 6% वोट हैं जरूरी
अगर किसी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हांसिल करना है तो उसे विधानसभा चुनाव में कुल वैध मतदान में से कम से कम 6 फीसदी वोट और कम से कम 2 सीटें जीतना जरूरी है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में पार्टी को यदि 6 फीसदी वोट और 1 सीट मिले तब भी वह राज्यस्तरीय दल बन सकती है।
हो सकती है राज्यस्तरीय दल
विधानसभा में दल की कम से कम 3 फीसदी सीटें या कम से कम 3 सीटें, जो भी अधिक हो, उसके आधार पर राज्यस्तरीय मान्यता मिल सकती है। यदि किसी लोकसभा या विधानसभा चुनाव में पार्टी को कोई सीट न मिले लेकिन वोट प्रतिशत 8 फीसदी या उससे ज्यादा है तो ऐसी स्थिति में वह राज्यस्तरीय दल हो सकती है।
2 राज्यों में है आप की सरकार
अगर बात की जाए आप की सरकार की तो देश के 2 बड़े राज्यों में आम आदमी पार्टी की सरकार है। साल 2022 में पंजाब में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी ने पूर्ण बहुमत से जीत हासिल कर सरकार बनाई थी। फरवरी 2020 में भी केंद्र शासित प्रदेश व राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी पार्टी ने अपनी जीत का परचम लहराया था। ठीक ऐसे ही इसी वर्ष राजधानी दिल्ली में एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पहली बार अपना मेयर बनाकर इतिहास रच दिया। बहरहाल अब देखना यह होगा कि राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद क्या आगे भी आप को सफलता हाथ लगती है।
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2 - Comments
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