उत्तराखंड में मानसून का मिज़ाज अब सामान्य नहीं रहा। कुछ दिन पहले तक जहाँ हल्की रिमझिम बारिश लोगों को राहत दे रही थी, वहीं अब आसमान से आफ़त बरसने लगी है। मौसम विभाग (IMD) ने नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है, जिसका मतलब है कि भारी बारिश के कारण संभावित खतरे बढ़ सकते हैं।
इसके साथ ही प्रदेश के 11 अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। ये मौसम चेतावनियाँ खासकर पर्वतीय इलाकों के लिए बेहद गंभीर मानी जा रही हैं, क्योंकि भारी बारिश के साथ भूस्खलन और सड़क अवरोध की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं।
छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर में स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे गैर-ज़रूरी यात्रा से बचें और मौसम विभाग की चेतावनियों का सख्ती से पालन करें।
IMD के अनुसार, अगले 48 घंटे बेहद संवेदनशील हो सकते हैं। भारी बारिश से नदी-नालों के उफान में आने की आशंका है, जिससे निचले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। प्रशासन ने राहत दलों को तैयार रहने का निर्देश दिया है और प्रभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
मौसम की यह बदलती तस्वीर उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य के लिए चुनौतीपूर्ण है, जहाँ ब infrastructure की सीमाएं और कठिन भौगोलिक स्थिति किसी भी आपदा को और गंभीर बना सकती हैं।
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